प्रकाशित तिथि: | सूर्य, 13 दिसंबर 2020 06:15 पूर्वाह्न (IST)
कवर्धा। एबीवीपी (अखिल भारतीय छात्र परिषद) के कार्यकर्ताओं ने शनिवार को कलेक्टोरेट कार्यालय का घेराव किया। नवंबर महीने में हुए नाबालिग बालिका के साथ दुष्कर्म की घटना को लेकर एबीवीपी का अब तक का बड़ा प्रदर्शन था। कलेक्टोरेट का घेराव करने निकले कार्यकर्ताओं ने पुलिस बैरिकेड को तोड़कर कलेक्ट्रेट कार्यालय के अंदर घुस गए, जिसके बाद श्रमिकों को पुलिस ने कलक्टोरेट के भीतर से गिरफ्तार किया है। वहां भीड़ को देख पुलिस भी कार्यकर्ताओं को रोक नहीं सकी।
एबीवीपी कार्यकर्ताओं की प्रमुख मांग में दुष्कर्म मामले को झूठा बताने वाले विवेचना अधिकारी व एसपी को सस्पेंड करना शामिल है। इस आंदोलन का नाम नारी अस्मिता सुरक्षा आंदोलन था। एबीवीपी कार्यकर्ताओं का कहना है कि विगत दिनों धर्म नगरी की पवित्रता को दूषित करने वाले दोषियों को बचाने के लिए जिस प्रकार पुलिस प्रशासन और शासन की मिलीभगत हुई और लोगों को गुमराह किया गया, बलात्कारियों को संरक्षण दिया गया, यह किसी अपराध से कम नहीं है। । ऐसे दोषों और दोषियों के सहयोगियों को सजा दिलाने की मांग की गई।
200 से अधिक कार्यकर्ता शामिल थे
इस आंदोलन में एबीवीपी के लगभग 200 से अधिक कार्यकर्ता शामिल हुए। इसमें 20 की संख्या में लड़कियां भी थीं, जिन्होंने समय-समय पर आंदोलन को संबोधित किया। इन श्रमिकों को रोकने के लिए बैरिकेड लगाए गए थे, जिन्हें पार करते हुए कार्यकर्ता कलेक्टोरेट कार्यालय के मेन गेट के पास पहुंच गए। इसके बाद वे यहाँ से कलेक्टोरेट कार्यालय परिसर के भीतर प्रवेश कर गए।
35 कार्यकर्ता गिरफ्तार किए गए
आंदोलन को उग्र होता देख पुलिस ने उल्लेख किया है, लेकिन कार्यकर्ता कलक्टोरेट के भीतर घुस गए। यह देखता है कि लगभग 35 कार्यकर्ताओं को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। वहीं एबीवीपी ने सभी कार्यकर्ताओं को छोड़ने की मांग की। जानकारी के अनुसार कलक्टोरेट परिसर के आसपास धारा 144 लागू है। इस स्थिति में एक साथ भीड़ में प्रवेश करना 144 का उलिलिंग है, जिसके बारे में पुलिस कार्रवाई कर सकती है।
यह पूरा मामला था
22 नवंबर की रात शहर में नाबालिग किशोरी से हुई सामूहिकहिक दुष्कर्म के मामले में बीते बुधवार को फिर से नए मोड़ आ गए। कोतवाली थाना से प्राप्त जानकारी के अनुसार मामले में अब नए चार आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें से एक बालिग है, बाकि सभी आरोपित नाबालिग हैं। ऐसे में पूर्व में पुलिस द्वारा बताई गई कहानी झूठी साबित हो गई है, क्योंकि पूर्व में पुलिस का दावा था कि किशोरी के साथ उसके दोस्त ने ही दुष्कर्म किया है, जिसके बाद किशोरी के दोस्त को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। अब नए सिरे से फिर से नई जानकारी मिली है कि प्रेमी के साथ चार अन्य और लड़के थे, जो इस दुष्कर्म में शामिल थे। पुलिस ने चारों आरोपितों को गिरफ्तार किया है। बालिग आरोपित रिजवान खान को गिरफ्तार कर रिमांड में भेज दिया गया है। इस पूरे मामले में बार-बार संदेह होने को लेकर एबीवीपी विरोध कर रही है।
वारदात होने के बाद से पुलिस ने बढ़ाई गश्त पाइंट में बढ़ा दी है
वारदात के बाद सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कोतवाली पुलिस की खूब किरकिरी हुई है। इसलिए पुलिस ने शहर में रात्रि गश्त के प्वाइंट्स बढ़ा दी है। शहर में नौ स्थानों पर फिक्स प्वाइंट लगाकर दो-दो जवानों की ड्यूटी लगाई जा रही है। वहीं तीन पैट्रोलिंग टीम और जोनल गश्त लगाई जा रही है। साथ ही शहर में आठ ऐसे स्थानिन्हाचित किए गए हैं, जो आउटर व सूनसान हैं।
मंत्री के खिलाफ सोशल मीडिया में अपशब्द का प्रयोग, थाने में की शिकायत
इधर इस आंदोलन को लेकर विवाद की स्थिति पैदा हो गई है। दरअसल एबीवीपी के कुछ कार्यकर्ता सोशल मीडिया में कवर्धा विधायक व मंत्री मोहम्मद अकबर के खिलाफ अपशब्द का प्रयोग किए गए हैं। इसके बारे में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कोतवाली थाना में लिखित में रिपोर्ट दर्ज कराई है। कोतवाली थाना पहुंचे नदीम, तुलसी, सुनील साहू, अभिषेक आमदे, केतुल नाग, ओम मिश्रा, साजिद खान ने बताया कि सोशल मीडिया में महेश साहू और राजा टाटिया ने अपशब्द का प्रयोग किया है। इससे कांग्रेस कार्यकर्ता नाराज हुए हैं। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आवेदन देकर जल्द ही कार्रवाई की मांग की है।
एबीवीपी कार्यकर्ताओं पर मामला दर्ज, विरोध में धरना पर बैठे भाजपा कार्यकर्ता
इधर अबवीपी के इस धरना-प्रदर्शन का हाई वोल्टेज ड्रामा देर शाम तक जारी रहा। कलेक्टर कार्यालय में घुसने के मामले को देखते हुए पुलिस ने देर शाम एबीवीपी के 35 कार्यकर्ताओं को पीजी कालेज के सामने बने उनके कार्यालय को गिरफ्तार कर लिया। कोतवाली थाना प्रभारी मुकेश यादव ने बताया कि 35 आरोपित के खिलाफ मामला दर्ज कर कार्रवाई की गई। वहीं दूसरी और एबीवीपी कार्यकर्ता के गिरफ्तारी की सूचना के बाद रात 8 बजे भाजपा के नेता भी कोतवाली थाना पहुंच गए और जमकर नारेबाजी की। भारतीय जनता युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष कैलाश चंद्रवंशी ने बताया कि छात्र-छात्राओं की गिरफ्तारी के विरोध में तुयुमो कार्यकर्ता थाने के सामने धरना दे रहे हैं। नाबालिग युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म को लेकर एबीवीपी के छात्र-छात्राओं के द्वारा न्याय मांगने कलेक्टोरेट मार्च & घेराव किया गया, जिस पर पुलिस प्रशासन के द्वारा छात्र-छात्राओं को गिरफ्तार कर थाना कवर्धा लाया गया है। तानाशाही के विरोध में थाना के सामने धरना पर बैठे हुए हैं। थाने के सामने धरना-प्रदर्शन करने वालों में सांसद संतोष पांडे, पूर्व विधायक अशोक साहू, भाजपा जिला अध्यक्ष अनिल ठाकुर, चंद्रप्रकाश चंद्रवंशी, पियूष ठाकुर, जसविंदर बग्गा, मयंक गुप्ता सहित बड़ी संख्या में बिंदू शामिल थे।
विधायक कार्यालय में ठाका चूड़ी
इधर शहर के कांग्रेस और विधायक कार्यालय में चूड़ी फेंके जाने का भी मामला सामने आया है। एसपी शलभ कुमार सिन्हा ने बताया कि इस संबंध में शिकायत मिली है। इसकी जांच जारी है। उसी मंत्री के खिलाफ टिप्पणी करने वाले की भी लिखित में शिकायत मिली है। इस पर भी जांच जारी है। जांच के बाद ही कार्रवाई होगी।
द्वारा प्रकाशित किया गया था: नई दूनिया न्यूज नेटवर्क
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